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Showing posts from July, 2017

🤗|He asked, is your favorite color still deep purple?|

He asked, do you still love me ? She said, if you will still sing for me, then yes, till eternity. |He asked, did you miss me ? She said, yes.. whenever I smiled.| He asked, do you still wear that dress ? She said, no, but now I will. He asked, do you still write ? She said, you should ask, do I still live. He asked, I can't believe you still have those local train tickets. She said, I can't believe you even remember them. |He asked, is your favorite color still deep purple? She said, the depth is the same, but the color floats.| He asked, do you remember our first kiss ? She said, trembling words, happily nervous, did you ever feel the same again ? 🤗|He asked, did you ever write love letters again? She said, yes once, but never posted. Your address changed.| |He asked, do you still like rain ? She said, do you still cry ?| 🌟|He asked, do you remember that night ? She said, yes, minute by minute, second by second, lifetime by lifetime.|

🤗|एक तस्वीर खुद की देख रही थी|

एक तस्वीर खुद की देख रही थी, जो शायद कभी तुमने ली थी, एक अलग से मुस्कुराहट थी, एक अलग सी आँखों में राहत थी. ना जाने कब वो लम्हा गुज़र गया, जो थमा हुआ था अर्सों से, तेरे मेरे प्यार के नाम जो लिखे थे खत, वो कहाँ बरसे थे. मैं वहीं खड़ी भीग रही हूँ, बरखा बादल सब गुज़र गये, तुमको आना ही था यहाँ, इसी उम्मीद पे मैं हूँ वहीं रुकी. मैं अब भी तस्वीरें खिचवाती हूँ, हर एक में खूब मुस्कुराती हूँ, सब देखते हैं चेहरा मेरा, कोई पढ़ ना सके आँखें मेरी. तेरी खींची तस्वीरों में, अब भी कहीं अपनी हँसी ढूँढती हूँ मैं, क्या कहाँ ग़लत हुआ, यही खुद से फिर पूछती हूँ मैं. ज़िंदगी गुज़र रही है झूठी तसल्लियों में, वहीं तकती हूँ तेरी राह जहाँ था मिलना का वादा किया, दिल कहता है तुम आओगे, तुम्हे आना ही होगा, फिर यकीन भी जागता है, की तुम नहीं लौटोग, वादे फिर खुद को दोहराते हैं मगर, फिर यकीन भी जागता है, की तुम नहीं लौटोग,

🤗|I mirror|

I mirror... When I look at our old pictures, I mirror the part of me that I lost, I mirror the darkness in those bright filters, I mirror the emotions that  were not worth the shot, I mirror the broken pieces that still glitter. I mirror the smiles that were partially fake, I mirror the relationship for which I put everything at stake, I mirror the devil with a rose in his hand, I mirror the blindedness and the slipping sand. I mirror myself at the weakest end, I mirror the enemy that once was a friend, I mirror the letters that you never wrote, I mirror the lies that you never showed, I mirror the fairytale of which I dreamt, I mirror the love that meant life then. I mirror the betrayal that came barefoot, I mirror the reminders that it was all for good, I mirror the times I wrote suicide notes, I mirror the dry tears and inner flood, I mirror the pain that made me feel numb, I mirror the feeling of nothingness, I mirror the anxiety that didn't let me

🤗|Thoughts|

| You were right in your own ways, I was right in all the wrong ones.| You took a u turn when I was expecting you on the right | My sanity was tested every now and then, and then, I fell in love |

🤗|Beauty|

Beauty is all about the ways in which you see yourself. It is about the every ordinary moment of your life that becomes extra ordinary just by your approach towards life and the way you shine from within. The essence of happiness is engraved over the interiors of your own strength. At times, being happy becomes tough and life becomes tougher; those are the times when you have to hold the moment and remind yourself how amazing you are. Keep going. Keep breathing. Keep motivating. -Medhavi

😕|Untold stories|

There are so many untold stories in our lives; stories that we don't want to tell about.. even to ourselves. They live within us, around us and we still keep running away. Stories of bad decisions, mistakes, wrong judgements and choices ! But do we actually succeed ? No. We can never escape from the haunting stories that pinch us, when we are sitting alone or in a room filled with five or five hundred people. They grow us, they enlighten us.. in indescribable ways. So remember, it's not going to work out if we keep avoiding and running away! Accept them, embrace them, that's the way it should be, that's the way life should be!

🤗|Shayari|

♥️|वक़्त से टूट-ता लम्हा था मैं, तुमने थामा तो गुज़र गया.| ♥️|शर्त यह थी की फ़ासले यादें धुँधला देंगे,  आज उसका ख़याल आया और फिर मोहब्बत हो गयी.| |काग़ज़ के फूल देता था वो, ♥️कहता था यह मुरझाते नहीं, अब भी मेरे कमरे में सजे हैं वो,  बस उनसे उसकी खुश्बू आती नहीं.| ♥️|मैने सोचा था की नशे की लत तेरी मोहब्बत भुला देगी,  लेकिन कहाँ यह मालूम था की एक लत दूसरी लत को मिटाती नहीं.| ♥️|खामोशी से टूट कर एक गुज़रा लम्हा आज गिरा था, मैने ढूँढा बहुत पर हाथ बस मायूसी लगी.| |♥️तितलियाँ ख़यालों की उड़ते उड़ते फिर तेरे ज़िक्र पर आ रुकी,  कुछ कह ना सके हम लेकिन, महफ़िल में तन्हा मुस्कुराते हुए पकड़े गये.| ♥️|आज फिर नींद नहीं आएगी लगता है, सितारों से कहना मुझे देखें यूँ ही रात भर.| ♥️|क्या पहनु ऐसा जिस से यह घम मेरा छुप सके,  अब तो बदन भी तेरे दिए ज़ख़्मों से महेकता है.|

ना जाने फिर भी क्यूँ तेरा ख्वाब आ गया

बड़ी बेसब्र थी ज़िंदगी, तेरे आने से एक ठहराव आ गया, खुद को भुला चुके थे,  ना जाने फिर भी क्यूँ तेरा ख्वाब आ गया. मुफ़लिसी थी जज़्बातों की,  तूने हमें कायानात यह दे दी, बस देख लिया एक नज़र जो तूने, हर सेहरा की गली भीग सी गयी. मशालें जल चुकी थी,  और दरवाज़े पर दस्तकें तही सैकरों, हम आस लगाए बैठे तहे तूफ़ानो की,  तुम आ गये और रोशनी से,  आँखें छूंढिया गयी. अब दोष ना देना हमें,  अगर बर्बाद हो जायें बिन तेरे, की आबाद हम तुमसे हुए थे, आज़ाद हम तुमसे हुए थे,  यह याद रखना, हंस लेना हम पर भी कभी यूँ ही, और बातें यही फिर दोहराना, हम आज भी तेरे हैं,  और कल भी तेरे रहेंगे.

🤗|दस्तक दो दिल पे|

|दस्तक दो दिल पे, धड़कनें बेताब हैं, आहटें तेरे ख़यालों की, कुछ यूँ बेहिसाब हैं,  की तेरे होने, ना होने में ज़ादा फ़र्क नहीं,  बस एक हक़ीक़त है, और एक ख्वाब है.|

🤗|तुम्हे याद करेंगे, याद करेंगे तुम्हे.|

यूँ ही देर सवेर, सताएगा ख़याल तेरा, खिड़की पे मेरी, ओस लिखेगी नाम तेरा. मैं निकलूंगी घर से, तेरे साए के साथ, जो ना जुदा हो सकेगा, तेरे जाने के बाद. समंदर की लहरें, छुएँगी मुझे, दिल मगर बंजर ही रहेगा, रंगों की बरखा, छाएँगी मुझपे, फीका सा मगर हर मौसम रहेगा. दिल क दायरों से निकल, तेरी यादों को जलाने निकलूंगी मैं, फिर सारी दुनिया से छुप कर, उन्हे गले लगा कर रो-उंगी मैं. याद करेंगे तुम्हे, अगर भुला पाएँगे कभी, फरियाद करेंगे तुम्हारी, जब जब दुआ माँगेंगे कभी. समेट कर खुद को, तुझे खत लिखेंगे, सुबह उठ फिर, हिम्मत जुटाएँगे, फिर एक माचिस से, जला डालेंगे लफ्ज़ खुद के, मिटा देंगे ख़याल हम खुद के. फिर भी तुम आओगे, ख्वाबों में हर रात, फिर भी तुम आओगे, थामोगे मेरा हाथ. तुम्हे याद करेंगे, याद करेंगे तुम्हे. 

🎈|हम उसे अब भी याद करते हैं|

वो निगाहों से पिलाती है मै कोई, कुछ उसकी मौजूदगी का नशा हो गया है, पहले जहाँ देखता था, वहाँ दिखती थी वो, अब तो मैखाने से भी उसकी खुश्बू ही आती है. मैं हर जाम उसके नाम का पीता हूँ, ना जाने है वो कहाँ, उसके ख़याल मैं बुनता हूँ, आस पास कहीं नहीं,मगर, उसकी आहटें मैं सुनता हूँ. रंगों सा घुलता हुआ रूप उसका, मेरी नज़र के सामने अब भी वो छाती है, अब भी उसका वही पुराना किस्सा, हर बूँद बूँद दोहराती है. पहले तो उसकी हँसी देखने को जीते थे, अब उसे देखने को मरते हैं, कोई जा के बताए उसको कभी, हम उसे अब भी याद करते हैं.

🤗|चलो फिर अजनबी हो जायें|

चलो अजनबी बन जायें हम दोनो, फिर से पहली मुलाकात हो, फिर सवालों से भरे हों नैना, फिर शुरू वो फ़िज़ूल की बात हो. फिर तुम पूछो नाम मेरा, फिर मेरी निगाहें झुक जायें, फिर चलें हम होकर बेख़बर, और ये राहें रुख़ मोड़ के रुक जायें. राहते तू मुझे दे अपनी मौजूदगी से, अदायें मैं दूं अपनी बेरूख़ी से, सदायें तू दे मुझे अपनी धड़कनो से, वफ़ा-ए मैं दूं अपनी सरहदों से. फिर अजनबी रिश्ते का नाम हो, फिर मुस्कुरा कर हम बदनाम हों, फिर देखें मूड क बार बार, फिर आईने से हो जाए प्यार. अजनबी हो जायें हम जानते हुए एक दूसरे को, फिर दिल जीतें हम चाहते हुए एक दूसरे को, फिर अंधेरोन से लॉ नयी जलायें, चलो फिर अजनबी हो जायें.

🚩दोस्ती का काफिला नहीं गुज़रा.

वीरान सड़क, बस शोर था सूखे पत्तों का, किसी पंछी की हल्की आहट भी थी, ना थी गरम चाय की महक, ना गूँज थी किसी की हँसी की. रास्ते पर खड़े एक आदमी ने पूछा, आपके वो दोस्त कहाँ हैं आज, मैने मुस्कुरा कर उसकी ओर देखा, ना जाने क्यूँ कोई लफ्ज़ ना थे आज. अच्छा लगा यह महसूस कर, हम आज भी माश-हूर हैं, तो क्या हुआ अगर साथ नहीं, कम से कम किस्से ही नूर हैं. वो पेड़ आज भी है वहाँ, जिसे हम गले लगाते थे, वो घर आज भी है वहाँ, जहाँ से फूल चुरा के लाते थे. वो कूड़े का ढेर अब भी वैसा है, जहाँ से बच कर गुज़रते थे, वो छोटी दुकान भी वैसी है, जहाँ से ठंडी लस्सी हम पीते थे. वो चने वाला अब भी वहीं बैठ-ता है, जो "भैया" सुनके नाराज़ होता था, वो चौकीदार आज भी वहीं दिखता है, जो बैठे बैठे सोता था. सब बदल गया लेकिन, कुछ भी नहीं बदला, एहसास वहीं हैं दफ़्न कहीं, दोस्ती का काफिला नहीं गुज़रा.

🎈एक ज़िंदगी मैं माँगूँ ऐसी

एक ज़िंदगी मैं माँगूँ ऐसी, जहाँ नज़र जाए वहाँ तेरा नज़ारा हो, छूना चाहूं तुझे जब भी, बस हाथ बढ़ाने की ज़रूरत हो. मुस्कुराना जैसे हो आदत, लड़ना प्यार की ज़रूरत, खोना पाना हो एक जैसा, क्या घम अगर हो मोहब्बत. हर सुबह हो बर्फ की छावनी, हर दोपहर हल्की धूप से पिघलता कोहरा, हर रात सफेद ज़मीन की चाँदनी. ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं एक ख्वाब ही होगी ऐसी, वरना कहाँ मेरी किस्मत है इतनी हसीन, की तेरा साथ इसमें लिखा हो, की तेरी फरियाद करूँ और तू मिल जाए.

😒बहुत चाहा की ना चाहें तुम्हे

बहुत चाहा की ना चाहें तुम्हे, दूर रहें तुमसे, मोड़ लें राहें, मगर तुमसे जोड़े रखा इन हवाओं के झोंकों ने, मौसम की अनगिनत अंगड़ाइयों ने, हमें मिलना ही था और हम मिल गये, फासलों की हदों को पार कर ही चले, अब तुम सामने होते हो तो ऐतबार करना मुश्किल होता है, तुम हो मेरे यह इकरार करना मुश्किल होता है, तुम मेरी साँसों से कीमती हो, मेरी ही अमानत हो, ज़िंदगी की कमाई हुई एक अनमोल तुम दौलत हो. 

🎈|हवा का रुख़ है बदला|

हवा का रुख़ है बदला, या जुड़ गयी दो तक्दीरे, कहने को गुज़रा एक लम्हा, पर बन गयी यादें यह तस्वीरें. आईना है सॉफ पर, नज़र ढुँधलाई सी है, सवाल है आज पर, कल की फ़िक्र छाई सी है. फिर आँखों में ना खो जायें, मोहब्बत की लगाम को थामो, यूँ हम बहेक ना जायें, फिर ना ऐसे मुस्कुराव. तक्दीरे बदलने का शौक रखने वाले का, ऐतबार करना चाहे दिल अब उपर वाले का.

🤗|यूँ ही साथ चलते चलते|

चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया था, सारी राह चलते चलते, ज़िंदगी में कैसे भी उतार चढ़ाव आयें, वक़्त में अच्छे या बुरे बदलाव आयें, मुस्कुराना यह याद कर हूँ मैं सदा, यूँ ही साथ चलते चलते. मोहब्बत का सुनोगे जब भी अफ़साना अपनों या गैरों से, आँखें बाँध कर सोचना वो वक़्त हमारा, हमारी मोहब्बत का, और क्या कोई तुलना हो सकती थी, तुम्हारी महबूबा की तमाम शायरों से, आँखें खॉलोगे तो फिर पाओगे, मुझे साथ चलते चलते. शिकस्त आएगी जीत के बाद भी, हिम्मत आएगी फिर पीड के बाद भी, मैं रहूं उस पल ना सामने तुम्हारे, पर महसूस करना तो साए छू जाएँगे मेरे तुम्हे, यूँ ही साथ चलते चलते.

🎈इस हिसाब का कोई हिसाब नहीं

तुझ बिन किसी बात में ज़िंदगी नहीं, मुस्कुराहट है, पर खुशी नहीं, संग तेरे है रोने में भी मज़ा, संग तेरे लड़ना भी है कहाँ बुरा. हँसूँ तेरे साथ तो लगे हर कमी है पूरी, रहूं तेरे साथ तो जैसे हर मंज़िल है मेरी, तेरा एहसास मेरे शब्दों को दे मतलब, तेरा आगाज़ मेरे जज़बों को दे मज़हब. शिकस्त क्या और जीत क्या, तुझ बिन कोई सरगम संगीत क्या, पानी पानी नैना और अधूरी हर रैना, तेरे बिन मैं भी कुछ ना. तू हंस के यह पूछे हर बार, है क्या तू मेरे लिए, क्या जवाब दूं, कितना करूँ तुझसे मैं प्यार, इस हिसाब का कोई हिसाब नहीं, इस सवाल का कोई जवाब नहीं.

🎈तुम्हे खोना ही है, और यह होना ही है

तुम्हे खोना ही है, और यह होना ही है, ज़िंदगी को तुम बिन, फिर पिरोना ही है, ना जाने होगी कैसी, वो सुबह पहली, ना जाने होगी कैसी, वो शभ पहली, जो बिन तेरे गुज़ारनी होगी. कतराते हैं हम, लड़खड़ाती हैं साँसें, यह सोच के बार बार, भर आती हैं आँखें, तेरी की हुई तारीफें, तुझसे हर दिन की लड़ाई, साथ तेरे गुज़रे लम्हे, तेरे ख़यालों की मीठी तन्हाई, तेरी खुश्बू, तेरी मौजूदगी, तेरी आवाज़, तेरी दीवानगी, तेरी मुस्कुराहट, तेरे आने की आहत, तेरा गुस्सा, तेरा प्यार,  और तेरा कहना, की लड़ना है बेकार. तेरे सवाल, तेरी जलन, तेरे ख़याल, तेरी खबर, तेरी आदत, या कहूँ मोहब्बत, याद करके अब भी तड़प सी उठ-ती है, तुझसे मिलने की कसक सी जग-ती है, मैं लुटना भी चाहूं, और तुझे महफूज़ भी है रखना, मैं रोना भी चाहूं, और तुझे खुश भी है रखना. तुम्हे खोना भी है, और यह होना ही है, फिर भी आज फिर है जताना, की मोहब्बत है तुमसे, तुमसे ही रहेगी, रहूं मैं दूर या पास, तुम्हे खोना भी है, और यह होना ही है.

🎈कुछ और देर मैं रहना चाहूं

कुछ और देर मैं रहना चाहूं, नींद के झारोंखों में, तेरे चेहरे के करीब कुछ, कुछ देर और तेरे ख्वाबों में. तुझे महसूस करना चाहूं अब, मैं नींदों से टूटने के बाद भी, तेरा हाथ थामे बढ़ना चाहूं, नये दिन की ओर मैं. ख्वाबों को पकड़ कर, बाहों में जक्कड़ कर, तुझे उनमें क़ैद करना चाहूं मैं, कुछ और देर तेरे ख्वाबों में रहना चाहूं मैं.

🎈|हर दिन तुझमें थोड़ा और गुम|

हर दिन तुझमें थोड़ा और गुम होने की चाहत होती है, ऐसा लगता है जैसे मुझे हर रोज़ तुझसे मोहब्बत होती है, किसी और के ख़याल भर की जगह कहाँ है, मेरे रोम रोम में तू उतर चुका है, जीते हैं खुद को या तुझको, अब भी यह सवाल है, तुझे चाहने का उम्र भर, बस यही एक ख़याल है, ना बिखरने दे मुझे यूँ दिल तोड़ के, ना जा मेरे नसीब से मूह मोड़ के, मैं हर रात तेरी दुआ माँग कर सोती हूँ, हर दरगाह मंदिर पर तेरी ओर से मैं होती हूँ, खुदा को भी झुकना होगा मेरी शिद्दत क आगे, अब देखना है क्या ज़ोर हैं ज़माने का मेरी मोहब्बत के आगे.

🤗|शुरूवात करूँ कहाँ से|

शुरूवात करूँ कहाँ से, लिखूं किन शब्दों में अफ़साना, कलम में स्याही है अश्क़ो की, काग़ज़ पे दाग हैं बिखरे काजल के, जुड़ा हूँ जबसे तुझसे, साँसें भी तेरी गुलाम हो बैठी हैं, ना चलती हैं ना रुकती हैं, बस एक दर्द भरी शाम सी ठहरी हैं. मैं तुझे ढूँढना भी चाहूं, और खोना भी, तुझे फिर से छूना भी चाहूं, और दूर रहना भी, लिखना चाहूं आज खत तुझे, पर अश्क़ थमते ही नहीं, वक़्त के पुर्ज़े हैं बिखरे हुए, एक पल को भी सिमट-ते नहीं.

😒Shers

मेरी ज़िंदगी की हर मात पर, ना हुई मैं उदास इतनी जितनी तेरी दूरी ने, यूँ ही मुझे किष्तों में दे दी उदासियान. ------ मैं गिनती रही तारे,  कम पड़ गये वो वक़्त के आगे, बड़ी धीरे जली रैना, बिन तेरे जैसे हर पल, सदियों को क़िस्सों में बयान करता है ----- सुबह थोड़ी कम थी रोशन, थोड़ा सूना सा था मेरा आँगन, गले ना लगे यह हवा भी अब तो, तुझ संग पराया हुआ यह जहान भी. ----- दस्तक है या असल में है तू, यह दुआ है और सवाल भी, फिर मेरा नाम लो,की ज़ररा ज़ररा बिखर रहा है.

🎈|ख्वाबों में तू शामिल|

ख्वाबों में तू शामिल, कभी बनके ख़याल, तो सवाल कभी, इस रात की सुबह कैसे हो, बिन तुझे याद किए, अगर नींद आएगी, तो ख्वाब आएँगे तेरे, और यूँ ही फिर सताएँगे मुझे, मैं यूँ ही बेसूध हो उठउंगी, ना जगूंगी ना सो सकूँगी. ख्वाबों में तू शामिल, बनके राह, कभी तो कभी मंज़िल, जो ना बुझ पाई कभी, वो प्यास है तू, जो ना मिटा सकी कभी, वो एहसास है तू, यहीं कहीं है तेरी बाहों का घेरा, झिलमिल सितारों सा तेरी यादों का बसेरा, दूर जा-उँ तो जा-उँ कैसे, तुझको मैं भुला-उँ कैसे.

🚩तेरे बिन जिया नहीं जाता

तेरे बिन जिया नहीं जाता, कोई तो बहाना दे, टूट-ता है मुझ से एक एक पल तेरी याद का, कोई तो ठिकाना दे, मैं खुद की सरहदों में,  क़ैद हो कर रह गयी हूँ, कम से कम एक आज़ाद लम्हा दे. गिलों को शिकवों को, कर दे पराया, बस मेरे करीब रह, मिटा दे हर दायरा, इस रात को कर दे फ़ना, हर अधूरी बात आज पहुँचा दे मंज़िल तक, दिल से निकली जो, सुन सदा, हर घम भुला दे आज, पहुँचा दे हमें मंज़िल तक. तुम साथ तो हो फिर भी क्यूँ एक डर सा है, तुमको पाने की घड़ी अब भी दूर है शायद, तुम्हे देख देख यही एक बात सोचते है, की किस कदर तुम्हे अपना प्यार जतायें. तुम्हारा हर ख्वाब हम करना चाहें मुकम्मल, बिन तुम्हारे काश गुज़रे ना एक भी पल, अब भी तुम्हे देख क्यूँ यकीन ना आए, तुम हो मेरे, हर पल को कहती हूँ की यकीन दिलाए.

😒क्या है बात तुझमें

क्या है बात तुझमें, जो हर पल तू कुछ और हसीन नज़र आता है, तेरी आवाज़ कानों में पड़ती है, और तू कुछ और करीब आ जाता है, तेरी अदा का नूऱ और बढ़ता है पल पल, तेरी सदा का सुरूर और छाता है पल पल, दीवाना हुआ जाता है हर कोई तेरे आस पास और तुझे खबर भी नहीं, तेरे सामने कोई तुझपे मरता ही जाता है पल पल. 

😒मैं गुज़ारिश क्या करूँ मेरे रब से

उन्हे पाना चाहे ज़माना, और उन्हे तमन्ना है हमारी, ज़िंदगी में हासिल अब हर मुकाम है. साँस कतरा कतरा टूट रही है, उन्हे देखने को पलख पलख बेचैन है, जुदाई का उनपर लगा इल्ज़ाम है. मैं गुज़ारिश क्या करूँ मेरे रब से, तुझे मेरी ही दुनिया में करके शामिल, उसने मेरा दामन उजालों से भर दिया.

🚩Will you still love me ?

When I'll be unreasonable And change statements And not let you speak Will you still love me ? When I'll return home late Drenched in a mix of rain n sweat Will you still love me ? When I'll gain weight and still eat pizza And spend my savings on a random trip to ibiza Will you still love me ? When I'll not take a shower on Sundays And still cuddle with you anyway Will you still love me ? When I'll kiss you every morning without brushing my teeth And not give your important texts a read Will you still love me ? When I'll finish off the last bite of your favorite dessert And not clean up our home's mess and dirt Will you still love me ? When I'll sleep off at any random restaurant after a long day And not go to gym on my legs day Will you still love me ? When I'll roam around in your tee shirts at home And forget to pay bills of electricity and phone Will you still love me ? When I tell you I'm broke but I want t

🤗|सुबह |

सुबह ने आते आते वकत् लिया, रात की पोषाक पेहने, वैसे तो हर रोज आती थी, पर आज सुबह से पेहली बार, रात में मुलाकात हुई. Medhavi July 4'17

🚩|सामने|

हर सामने पर हिम्मत और कुछ बढ़ जाती है, खुद को पाने की उम्मीद फिर बंध जाती है, जब खोने को खुद का वजूद भी ना बचे, तो हर डर के डर की भी मात हो जाती है. मेधावी 4'july'17

🤗|We walked past each other like strangers|

We walked past each other like strangers, It felt as if I had forgotten his face, It felt different, as it felt good, I moved on sooner than I thought I would, One second of awkwardness and then it was gone, I smiled again with my heart because nothing seemed wrong, I wondered on my way back was it him who I loved, Regrets too seemed useless as there was not even hatred, One of the best feelings I swear, is to finally get over your choices, It is when you can finally recollect yourself and hear your inner voices, The damage done can never be rectified though, But now at least I can open myself again to the idea of love. Medhavi July 4'17

🚩ना जाने कब इतने तन्हा हो गये

ना जाने कब, इन दीवारों से दोस्ती सी हो गयी. कुछ ऐसी, की हर कोने को एक नाम दे दिया. हर दिन घर लौट, इनसे  बातें करती हूँ अब, हाल पूछती और बताती हूँ अब. इन पर लगी तस्वीरों से तो नहीं, बेरंग सी इनकी रंगत से घम बाँट-ती हूँ अब. कभी कभी लगता है, इनका रंग मुझसे थक कर धुँधलाने लगा है, पोशाक पहने बेनामी का, इनका वजूद भी डगमगाने लगा है. ना जाने कब इतने तन्हा हो गये, की दीवारों का साथ छूटने से भी घबराने लगे; ना जाने कब लोगों से इतने दूर हो गये, की इन दीवारों का साथ माँगने लगे.

🎈बुझती हुई एक रात,

बुझती हुई एक रात,  और पिघलता हुआ एक ख़याल, कुछ तुमसे जुदा,  कुछ तुमसे टूट ता हुआ, वही बातें वही किससे, फिर दोहराता हुआ, गुज़रे वक़्त का चाबुक,  फिर दिल को च्चलता हुआ,  और हवा में लिपटा घम, फिर जिस्म को खनरोंछता हुआ, देखो फिर तुम्हारी याद के भेस में रात आ गयी,  देखो फिर वही एक यकीन दिलाने पे आमादा है,  हम मिले थे लेकिन तक़ड़ीरें ना मिल सकी, देखो फिर वही बहाना तैयार करके लाया है.

🤗|किसी और बहाने|

यह अंधेरे शायद बदलेंगे रोशनी के उजालों में, जब घुलेगा इन आँखों का नशा तेरी निगाहों के प्यालों में, बुझेगी प्यास इस बे-इकतियार दिल की उस पल माहेरूः, जब भरोगे तुम इन बाहों में तब ही मिलेगा सुकून, तुम्हारे हाथों में यह हाथ देकर हम खुशी से यह जहाँ छोड़ जाएँगे, खुदा ने चाहा तो हम किसी और बहाने आपकी ज़िंदगी में आएँगे.

🎈भूलना चाहें तुम्हे

भूलना चाहें तुम्हे तो तुम आ जाते हो फिर ख्वाबों में, तुम्हारे दिए हुए फूल अब भी मिल जाते हैं किताबों में, देखते हैं छुप छुप के तुमको, तुमने दूर किया है खुद से जो इतना हमको, बहाने से तुम्हारी तस्वीर देखते हैं, खुद को उम्मीद और दिलासे देते हैं, तुम्हे देखते हैं हर रोज़ इन तस्वीरों में तुम्हारी, बातें करते हैं लाखों इन तस्वीरों से तुम्हारी, खुद कहते हैं, खुद सुनते हैं अपनी ही बातें, तुम्हारे ख़यालों में गुज़रें मेरी यह रातें, आँखें बंद जब करते हैं तो अब भी तुम छा जाते हो निगाह में, तुम मेरे तसवउर में शामिल, तुम हो हर तरह मेरे मॅन में, तुम बढ़ चुके हो आगे, हमें भी कोई राह दे जाओ, तुमने तोड़ दिए सारे वादे, हमें भी ज़रा जीने की चाह दे जाओ.

🤗|कुछ बातें, अनकही सी|

कुछ बातें, अनकही सी, कुछ यादें, धुंधली सी, कुछ मौसम, ठहरे से, कुछ बूँदें, सूखी हुई, कुछ हवायें, बँधी हुई, कुछ खुश्बुएें, फैली हुई, कुछ आँसू, पलकों के पीछे, करवट बदलते, कुछ सपने बादलों के नीचे. कुछ मुसुराहटें, निराश होती हुई, कुछ आवाज़ें, खामोश होती हुई, कुछ एहसास, दिल में उतरते हुए, कुछ लम्हात, यादों में मोहब्बत के, आज सब याद आते हैं, दिल को, धड़कन को, यह समझाते हैं, तू ज़िंदगी के हर एहसास, हर पल में शामिल है, हर तरह से मेरी मोहब्बत के काबिल है, आज ज़िंदगी से कुछ ना चाहूं मैं तुझे पाकर, तुमने ज़िंदगी सवारी है ज़िंदगी में आकर.