Posts

Showing posts from June 15, 2019

❌Kareebi

Aaj meelon dur ho kar bhi, Unse kareebi ka ehsaas hua, Shaan o shaukhat Hai magar, Kuch gareebi ka aaghaaz hua, Unhe chor aaye thhe hum barson pehle, Is ek khwaab ka peecha karte huye, Ab jab sab haasil hai Toh sochte hain, Kya hum khud muqammal huye ? Medhavi

W. Kuch✌️

शिकायतें  कुछ  खुद  से  हैँ , कुछ  तुमसे  भी , कभी  मिलोगे  तो  पूछेंगे हम भी, तुमने  खुद  से  हमको  बचाया  क्यूँ  नहीं ? - मेधावी

W. Afsaane ✌️

अंधेरों  में  गुम  किसी  साये  की  तरह , वो  अजनबी  हूए  किसी  पराये  की  तरह , मुड़  के  देखा  तो  खुद  से  ही  टकरा  गए , टूट  गए  एक  पल  में  हकीकतों  के  आयीने ... वो  निकल  गए  सामने  से  बीते  अफसाने  की  तरह , वो  मिट  गए  तकदीर  से गुजरे ज़माने की  तरह , जितने  थे  हसीन  ख्वाब  सब  मुर्झा  गए , खुद  पर  हसना  चाहा  तो  नैन  पथरा गए ... - मेधावी